रासायनिक प्रक्रिया से देखे तो फलो का रस Monoscoccharides (मोनोसेकेराइड्स) मे रूपांतरित होता है। जैसे की Glucose और Fructose.
इस प्रक्रिया तक तो शहद बहुत ही पतला होता है। जिसको मधुमख्खिया अपने छत्ते (Hive) को अपनी पंखो को फफडाकर उसमे से लगभग 20 % जीतने पानी का वह बाष्पिभवन कर देती है। जिसकी वजह से शहद और घटीला बनाता है। शहद मे पानी की मात्रा कम होने की वजह से उसकी PH वेलयु Acidic (अम्लीय) होती है। जिसकी वजह से बेक्टीरिया और छोटे जीवजंतु उससे दूर रहते है।
शहद एक ऐसा कुदरती तत्व है जो लंबे समय तक स्वस्थ रहता है। किलो शहद बनाने के लिए लगभग बीआईएस हजार मधुमख्खिया पृथ्वी के छह चक्कर लगाने जितना घूमती है। उसमे लगभग आठ लाख फूलो मे से वह रस चुस्ती है। यह कार्य करने के लिए बोहोत ज्यादा Team Work और Organizational Structure की जरूरत पड़ती है।
मधुमख्खिया एक दूसरे से संपर्क कैसे करती है :
मधुमख्खिया एक दूसरे से संपर्क फूलो की जानकारी देने के लिए करती है और वह डांस (Dance) करके दूसरी मधुमख्खिओ से संपर्क करती है। जो मधुमख्खिया रस लेकर आती है वह अन्य मधुमख्खिओ को डांस (Dance) करके समजाति है की फूल कहा पर है। मधुमख्खिया गोलाकार मे डांस करती है तो उसका मतलब है की फूल छत्ते के नजदीक 50 या फिर 150 मिटर के अंतर पर है। अगर फूल बोहोत दूर है तो वह Waggle Dance करके दूसरी मधुमख्खिओ को बताएँगी। अगर वह छत्ते के सामने ही हलंचलन करती है तो फूल सूर्य की दिशा मे ही है। इसप्रकार वह अन्य मधुमख्खिओ से संपर्क करती है।
मधुमख्खिओ के प्रकार :
छत्ते मे तीन प्रकार की मधुमख्खिया दिखने को मिलती है। (1) Drones (2) Workers और (3) Queens. जिसमे Queens यानि की रानी के संभोग का जब समय आता है तब वह अन्य छत्ते मे जाकर वहा के Male के साथ संभोग करती है और उसके वीर्य को संग्रह कर अपने छत्ते मे आकार वह एक दिन मे 1000 अंडे लगातार देती ही रहती है। मादा यह अंडे लगातार मृत्यु तक देती ही रहती है। Unfertilized Eggs जिसमे से Male Drones पैदा होते है और Fertilized Eggs के द्वारा सिर्फ मादा ही पैदा होती है। Female Queen रानी और वर्कर दोनों मे से एक बन सकती है। रानी का काम सिर्फ अंडे देने का ही है और Worker का काम छत्ते को संभालने का होता है।
जन्म के बाद कौन रानी बनेगी और कौन वर्कर :
यह एक जटिल विज्ञान है। जो मखखी पर निर्भर करता है। मख्खी कितना आहार लेती है उसपर निर्भर करता है। जब कोई लार्वा (मख्खी का शुरुआती समय) पेदा होती है तो तब उसे Royal Jelly मिलती है। उसके थोड़े ही समय बाद Royal Jelly के बदले वह Bee Bread को रूपांतरित करने लगती है। जो भी मधुमख्खी Royal Jelly के बदले Bee Bread को रूपांतरित करती है वह वर्कर बनती है। जो Royal Jelly को ही बनाती है वह Queen बनती है।
दोस्तो आपको यह जानकारी कैसी लगी आप हमे कॉमेंट बॉक्स मे बता सकते है और एसी ही जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी यह वेबसाइट की मुलाक़ात लेते रहिए। अगर आपको किसी भी प्रकार की जानकारी चाहिए तो आप कॉमेंट बॉक्स मे हमे बता सकते है। हम उसपर एक अच्छा सा आर्टिकल लिखेंगे। इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।
0 टिप्पणियाँ